मैं भी तलाश रही हूँ एक गर्म कोना, जहाँ महफूज़ रख सकूँ अपने जज़्बात। मैं भी तलाश रही हूँ एक गर्म कोना, जहाँ महफूज़ रख सकूँ अपने जज़्बात।
पर साथ हो, इतना काफी है मन को सुकून देने के लिए। पर साथ हो, इतना काफी है मन को सुकून देने के लिए।
हाट में -बाज़ार में लोगों की भीड़ में गन्दी और फटा कपड़ा पहन कर टहलते देखा हूँ। हाट में -बाज़ार में लोगों की भीड़ में गन्दी और फटा कपड़ा पहन कर टहलते ...
हाँ मेरी मानो तो तुम कुछ सीखो वटवृक्ष महान से। हाँ मेरी मानो तो तुम कुछ सीखो वटवृक्ष महान से।
फिर भी तेरी याद अपने संग इस नए घर में ले आया। फिर भी तेरी याद अपने संग इस नए घर में ले आया।
स्त्री को अपना अस्तित्व मिल जाता फिर खुली हवा में साँस ले हर सीता भी जी पाएगी। स्त्री को अपना अस्तित्व मिल जाता फिर खुली हवा में साँस ले हर सीता भी जी पाएग...